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Call उठाने पर Hello क्यों बोलते है हेलो Word क्या है इसके पीछे की कहानी क्या है?

Hello Kyu Bolte Hai -Houdy Friends क्या आपको पता है, जब हम किसी को Call करते है या Call Receive करते है HELLO क्यों बोलते है। इसका क्या मतलब होता है। इसकी सुरुआत कब और कैसे हुआ आज हम इसी Topic पर बात करने वाले है। Generally जब हम किसी को call करते है, तो Hi या Hello बोलते है। क्या आपको पता है। हम hello kyu bolte hai. आइये जानते है Hello Word के बारे में।

Why you speak hello after receiving calls in hindi

हम जब किसी को फोन करते हैं या फोन कॉल रिसीव करते हैं तो हमारा पहला शब्द हैलो हाय क्यों होता है। आख़िर इसका राज क्या है. आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे हेलो नेम कैसे पढ़ा और क्यों बोलते हैं। आज हम हैलो के बारे में आपको पूरी जानकारी बताएंगे।

Hello का मतलब क्या होता है?

Hello jarman सब्द HALA ya HOLA से बना है, इसका Use जर्मन के नाविक समुन्द्र यात्रा के समय किया करते थे, जिसका मतलब होता है  “कैसे हो” और Indian dictionary में इसका मतलब Suno सुनो होता है।

Hello शब्द को का मतलब German word से लिया गया है जिसका सीधे शब्दो मे मतलब आप कैसे हो होता है। कहा जाता है Hello शब्द जर्मन शब्दावली होला से लिया गया है। कहा जाता है की इससे पहले फोन लगाने पर सबसे पहले Hello जी जगह Are You There? का इस्तेमाल किया जाता था. लेकिन Are You There word बोलने मे लोगो को काफी परेशानी होने लगी। इस परेशानी से निकलने के लिये Hello का ही प्रयोग किया जाने लगा। तो ये थी हैलो बोलने के पीछे की असल कहानी।

Phone call पर hello क्यों बोलते है?

Telephone का आविस्कार  Alexander Grahambell ने 1876 में किया था। Jab graham bell ने telephone की खोज किया तो उनके एके दोस्त थे जिनका नाम migrate hello tha graham bell Unhe Hello Kahkar Pukarte the.

 और जब भी Graham Bell Migrate hello को call करते थे तो, सबसे पहले हेलो ही बोलते थे aur और तभी से सभी लोग Hello बोलना सुरु कर दिए।

थॉमस एडिसन के प्रभाव और 19वीं सदी के अंत में टेलीफोन के विकास के कारण कॉल का उत्तर देते समय “हैलो” शब्द अभिवादन के रूप में लोकप्रिय हो गया।

कॉल रिसीव करके हेलो बोलने के पीछे की कहानी जाने?

जब अलेक्जेंडर ग्राहम बेल ने 1876 में टेलीफोन का आविष्कार किया, तो उन्होंने उसमें सबसे पहले जो शब्द बोले, वे थे, “श्रीमान वॉटसन, यहां आओ, मैं तुमसे मिलना चाहता हूं।” बेल की प्रारंभिक टेलीफोन बातचीत अक्सर औपचारिक अभिवादन की तुलना में अधिक व्यावहारिक होती थी, क्योंकि वह अपने सहायक, थॉमस वॉटसन के साथ प्रयोग और संचार के लिए उपकरण का उपयोग कर रहे थे।

हालाँकि, यह थॉमस एडिसन, एक अन्य प्रमुख आविष्कारक थे, जिन्होंने “हैलो” शब्द को लोकप्रिय बनाने में योगदान दिया। 1877 में, एडिसन ने सुझाव दिया कि टेलीफोन का जवाब देते समय “हैलो” शब्द को मानक अभिवादन के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए। उस समय, टेलीफोन अभी भी एक नई और विकसित हो रही तकनीक थी, और इस नए संचार उपकरण पर बातचीत कैसे शुरू की जाए, इसके लिए कोई स्थापित परंपरा नहीं थी।

एडिसन ने “हैलो” शब्द क्यों चुना इसका सटीक कारण पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है। कुछ लोग अनुमान लगाते हैं कि वह अन्य भाषाओं में इस्तेमाल होने वाले समान अभिवादन से प्रेरित हो सकते हैं, जैसे कि फ्रांसीसी “हेलर” (जयकार करना) या जर्मन “होल्ला” (किसी का ध्यान आकर्षित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है)। दूसरों का मानना ​​है कि हो सकता है कि उसे यह उपयोग करने के लिए एक सुखद और विशिष्ट शब्द लगा हो।

विशिष्ट कारण की परवाह किए बिना, एडिसन का सुझाव लोकप्रिय हो गया और टेलीफोन का उत्तर देते समय “हैलो” शब्द का मानक अभिवादन के रूप में व्यापक रूप से उपयोग किया जाने लगा। समय के साथ, यह टेलीफोन संस्कृति में शामिल हो गया और आज भी कॉल का उत्तर देने और बातचीत शुरू करने का एक सामान्य तरीका बना हुआ है

एलेक्ज़ेंडर ग्राहम बेल ने मेटल डिटेक्टर की भी खोज की थी जिसका उपयोग सुरक्षित रखने के लिए मेटल डिटेक्टर का उपयोग किया जाता है। जिसे मेटल का पता लगाया जा सकता है। हमारी वेबसाइट से अधिक से अधिक जानकारी पाने के लिए ब्लॉग को अपना ईमेल डालकर सब्सक्राइब जरूर करें ताकि हमारी नई पोस्ट की नोटिफिकेशन आप तक जल्दी से जल्दी पहुंच सके।

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